प्रेम मंदिर का निर्माण जगतगुरू श्री कृपालु जी महाराज ने वृंदावन में करवाया. इस मंदिर को बनाने में ११ साल लगे, इसका उद्घाटन २०१२ में हुआ. इसको बनाने में १५० करोड़ के लागत आई. यहाँ भगवान राधा कृष्णा और सीता राम के दर्शन कर सकते है. यहाँ का वातावरण बहुत ही अध्यात्मिक और शांत है.
इसका नजारा इतना अद्भुत है कि इसे देखकर कोई भी राधे-राधे कहे बिना नहीं रह सकता। इसकी अलौकिक छटा भक्तों का मन मोह लेती है। इसमें भक्त वैसे ही खींचे चले आते हैं, जैसे कृष्ण अपनी लीलाओं से सबका मन मोह लिया करते थे। यहां की दीवारों पर हर तरफ राधा-कृष्ण की रासलीला वर्णित है।
प्रेम मंदिर में श्रीकृष्ण और राधारानी की भव्य मूर्तियां है। इसे कृपालुजी महाराज ने बनवाया था। जन्माष्टमी के मौके पर इसकी छठा देखते ही बनती है। मंदिर की देखरेख में लगे शंकर के मुताबिक, बाहर से देखने में यह जितना भव्य लगता है, उतना ही अंदर से भी देखने में लगता है। यह मंदिर सफेद इटालियन संगमरमर से बनाया गया है। इसमें प्राचीन भारतीय शिल्पकला की झलक भी देखी जा सकती है।
प्रेम मंदिर श्री कृपालु महाराज ने बहुत अद्भुत बनवाया है. प्रेम मंदिर को देखकर एक दिव्य अनुभव होता है. प्रेम मंदिर बहुत सुंदर सॉफ और दिव्य है.